पूरा नाम साहबज़ादे इरफ़ान अली खान
जन्म 7 जनवरी 1967 टोंक, राजस्थान
मृत्यु 29 अप्रैल 2020 (आयु 53 वर्ष) मुंबई, महाराष्ट्र
माता सईदा बेगम
पिता साहबज़ादे यासीन अली खान
शिक्षा राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, नई दिल्ली
राष्ट्रीयता भारतीय
सम्मान पद्म श्री
पत्नी सुतापा सिकदर
बच्चे बबील खान,अयान खान
व्यवसाय एक्टर
ट्विटर https://bit.ly/3prpkQB
कुलआय 55 मिलियन डॉलर
जैसे की दोस्तों आप जानते है की इरफान खान आब हमारे बीच में नहीं रहे,इरफान खान ने मात्र 53 साल की उम्र में ही इस बॉलीवुड इंडस्ट्री की दुनिया हमेशा हमेशा के लिए को अलविदा कह कर चले गए है। दरअसल फिल्म डायरेक्टर ने ट्विट के जरिये इरफान खान के निधन के बारे में जानकारी दी है और साथ में डायरेक्टर ने ट्विट करके लिखा की मेरे प्यारे दोस्त इरफान तुम लाडे और बहुत ही ज्यदा लाडे मै तो हमेसा ही गर्व करूँगा।
दरसल इरफान को 2018 में न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर बीमारी हुआ था जिसके बाद से ही वह बीमार चल रहे थे और अब आखिरकार फिल्म जगत के इस लिजेंड एक्टर को 29 अप्रैल 2020 में हमलोगों ने खो दिया है। हलाकि चलिये इस ब्लॉग में हम इरफान खान को बायोग्राफी के जरिये जानने की पूरी कोशिस करते है।
तो दोस्तों इस कहानी की शुरुआत होती है 7 जनवरी 1967 से जब सहजादे इरफान आली खान का जन्म राजस्थान के टोंक शहर में हुआ उनके पिता जी का नाम जागीरदार खान था। जो की टायर का बिज़नस करते थे और उनकी मा का नाम बेगाम खान,इरफान शुरुआत से ही काफी टेलेंट था और एक्टिंग में भी उन्हें काफी दिलचस्पी रखता था।
इसके वजह से 1984 से मास्टर ऑफ आर्ट की पढाई करते हुए उन्हें नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से स्कालरशिप मिला और इस तरह से उन्होंने एक्टिंग के टेलेंट को और भी आछे से निखारा। मै बता दु की इनको कई सारे थिएटर शो में भी काम करने का मोका भी मिला,और आगे चलकर अपने आप को एक्टिंग में नसीब आजमाने के लिए मुंबई चले आ गए थे।
और वहा पर बहुत सरे ओडीसंस भी दिए लेकिन ढेरो मुस्किलो के बाद भी उन्हें काम नहीं मिल सका। हलाकि वे आपनी तरह से पूरी कोशिस करते रहे और उनकी मेहनत तब जाकर सफल हुई जब उन्हें टीबी शो में काम मिलने शुरु हो गए थे। आपनी सुरुआती समय में चाणक्य,भारत एक खोज,सारा जहा हमारा,बनेगी आपनी बात में और कई टीबी शो में काम मिला।
इसके आलावा उन्हें के.के.विनन के साथ स्टार प्लस के फेमस टीवी शो “डर” में काम कर चुके है। तो दोस्तों इरफान खान भले ही टीबी शो के जरिये आपनी जलवा बिखेर रहे थे लेकिन मंजिल तो बड़े पर्दों पर ही छाप छोड़ने की थी। और आख़िरकार 1988 में वह समय आ ही गया जिसका लंबे समय से इंतजार था।
1988 में “सलाम बंबई” में एक छोटा सा रोल मिला लेकिन दुर्भाग्य फाइनल कट में उनका रोल ही कट दिया गया। अब आगे इरफान खान को और भी ज्यदा स्ट्रगल करना पड़ा काफी मेहनत के बाद उन्हें कोई बड़े पर्दों पर कोई काम नहीं मिला,हलाकि थिएटर में कम करके दिन गुजरा करते थे।
और सन 1990 की फिल्म एक डॉक्टर की मोत में एक छोटा सा रोल मिला साथ ही उन्होंने “सच ए लोग जरनी” फिल्म में भी काम किया। इसके आलावा इन्हें कई सारा फिल्म में देखा जा सकता है जैसे की पीता,बड़ा दिन,दा गोल,दा क्लाउड डोर,पुरुष लेकिन इन सभी फिल्मो को लोगो ने ज्यदा प्यार नहीं दिया।
तो दोस्तों अभी तक इरफान खान काफी लंबे आरसो से काम करने के बाद भी वो पहचान नहीं बना पा रहे थे। जिसके लिए वो हक़दार थे लेकिन उनके लिए आछा समय शुरु हुआ 2001 से जब उन्होंने “दा वारियर” फिल्म में काम किया और इस फिल्म को 2001 के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भी दिखाया गया और इनमे निभाया गया किरदार के लिए इरफान खान को काफी पसंद किया गया।
और वे लोग की नजरो में जाने माने चेहरे बनने लगे और सन 2003 में उन्होंने सेक्स पियर के नोबल मेकबिथ पर आधारित “मकबूल” में काम किया। हलाकि यह फिल्म बहुत बड़ी हिट तो साबित नहीं हुई लेकिन इरफान खान का प्रतिभा का नमूना सामने देख लिया। 2004 में हासिल फिल्म में की गयी शानदार एक्टिंग के वजह से आपना पहला फिल्म में फिल्म फेयर आवार्ड फॉर वेस्ट विलेन भी मिला। आखिर 2005 में आपनी फिल्म “रोग” के जरिये उन्हें पहले सबसे पहले लीड रोल में देखा गया।
तो दोस्तों इरफान का करियर अब उचाइयो की और एक अचिवेमेंट से जुड गया जब उनको “मेट्रो” फिल्म के लिए फिल्म फेयर आवार्ड बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के लिए मिला। और इसी साल हॉलीवुड की दो फिल्म “आ माइटी हार्ट” और “दा दार्जलिंग” में नजर आये। बॉलीवुड का हीरो अब हॉलीवुड तक पहुच चूका था।
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2008 में आई “स्लम डॉग मिलिनियर” में वो पुलिस के किरदार में भी लोगो ने काफी पसंद किए गये। और फिर आगे एसिड फैक्ट्री,न्यू यार्क,पान सिंह तोमर,सात खून माफ़,दा मेग्जिन स्पाइडर मेन,जुरासिक वर्ल्ड,लाइफ ऑफ़ पाई,हैदर,मेट्रो,पिकु,जैसे बहुत सारे हिट फिल्मो में नजर आते रहे।
इनमे से पान सिंह तोमर,लाइफ ऑफ़ पाई और सात खून माफ़ की जीवन सबसे बड़ी फिल्मो में शामिल थी। और पान सिंह तोमर में किए गए शानदार अभिनय के लिए नेशनल फिल्म आवार्ड भी मिला और उनकी रीसेंट फिल्म की बात की जाए तो 2017 में हिंदी मीडियम और करीब करीब सिंगल के फिल्म में दिखाई दिए।
और खासकर के हिंदी मीडियम के फिल्म 100 करोड़ का आकड़ा पर करने में भी कामयाब रही। और इस फिल्म के लिए भी फिल्म फेयर आवार्ड फॉर बेस्ट एक्टर मिला। इरफान खान की पर्सनल लाइफ की बात करे तो 1995 में वे सुतापा सिकदर के साथ शादी के बंधन में बंधे। जिनसे उन्हें दो बच्चे भी मिला है जिनका नाम बाबिल और आयन है हलाकि दोस्तों भले ही अब इरफान खान हमारे बीच नहीं है लेकिन उनकी यादे हमेशा-हमेशा याद रहेगी।