निषेधवाचक वाक्य(nishedh vachak vakya)
जिन वाक्यो से किसी कार्य के निषेध(न होना) का बोध हो तो वैसे वाक्य को हम निषेधवाचक वाक्य कहते है। मतलब जिन वाक्यो के अंदर न,नहीं,मत शब्द का उपयोग हुआ है तो उस वाक्य को हम निषेधवाचक वाक्य कहते है।
उदाहरण:
- तुम आज काही नहीं जाओगे।
- सीता घर पर नहीं है।
- तुम इस जगह पर न बैठो तो अच्छा है।
- यहा से कभी मत जाओ।
- इस संसार मे सभी लोग सुखी न हो।
- मैंने अभी तक खाना नहीं खाया है।
- आज सोहन घर नहीं जाएगा।
- कल वर्षा नहीं हुई थी।
- कुछ कर्मचारी ईमानदार नहीं होते है।
- आजकाल के बच्चे नहीं पढ़ रहे है।
- इस समय महामारी का खतरा टला नहीं है।
- मै यह कार्य नहीं करूंगा।
- शिमा आज बाजार नहीं जाएगी।
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याद रखे: इन सभी ऊपर के वाक्यो मे कार्य को न होने का बोध हो रहा है। तो ऐसे वाक्यो को देखने से पता चल रहा है की कोई भी कार्य नहीं हो रहा है। तो आप समझ जाए अगर आपको काही पर किसी वाक्य मे जिसमे न,नहीं,मत शब्द का प्रयोग हुआ है तो ये सभी वाक्य निषेधवाचक वाक्य(nishedh vachak vakya) के अंतर्गत आते है।