जन्म | 5 जुलाई 1960 मुंबई,महाराष्ट्र |
पूरा नाम | राकेश झुनझुनवाला |
माता | उर्मिला झुनझुनवाला |
पिता | राधेश्याम झुनझुनवाला |
जाती | मारवाड़ी |
नागरिकता | भारतीय |
शिक्षा | सिडेनहैम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स (चार्टर्ड एकाउण्टैन्ट) |
धर्म | हिन्दू |
पत्नी | रेखा झुनझुनवाला |
बच्चे | आर्यमन झुनझुवाला,अर्यवीर झुनझुनवाला,झुनझुनवाला निष्ठा |
व्यवसाय | निवेशक |
कुल आय | 4.6 बिलियन USD |
ट्विटर | https://twitter.com/rakesh_bot |
दोस्तों आज मै बात करने जा रहा हु भारतीय शेयर मार्केट के किंग और वारेन बफे ऑफ़ इंडिया के नाम से प्रसिद्ध राकेश झुनझुनवाले की। इन्होने सिर्फ 5000 रुपया से शुरुआत की थी और आज के समय में ये करीब 16 हजार करोड़ के मालिक बन चुके है ।

आज हल कुछ यु है की राकेश आपने दम पर मार्केट में उथल पुथल करवा सकते है। क्योकि बहुत सारे इन्वेस्टर्स इन्ही के नक़्शे कदम पर बाजार में आपना दाव लगाते है।
इन्होने आपने स्टिक स्ट्रेटजी से खुद को इस मुकाम पर लाकर खड़ा किया है की इन्हें भारत के सबसे धनी व्यक्तियों में शामिल किया जाता है। ये मोजुदा समय में भारत के 53वे सबसे धनी व्यक्ति है।
राकेश झुनझुनवाला का जन्म 5 जुलाई 1960 को मुंबई के मारवाड़ी परिवार में हुआ। इनके पिता एक इनकम टैक्स ऑफिसर थे जिन्हें की शेयर मार्केट में काफी रूचि थी। और ये अक्सर अपने दोस्तों के साथ शेयर से सम्बंधित बाते करते रहते थे।
तभी करीब एक दिन 14 साल की उम्र में राकेश ने आपने पिता से पूछा की पापा शेयर मार्केट क्या होता है, तब उन्होंने कहा की बेटा शेयर मार्केट का समझना उतना आसन नहीं है न्यूज़पेपर पढ़ा करो।
उसमे अलग अलग कंपनियों के बारे में जानकारिय होती है। शेयर मार्केट में पैसा इन्वेस्ट करने से पहले हमें कंपनी के उतार चढ़ाव को जनना चाहिए।
शेयर मार्केट से सम्बंधित राकेश की यह पहली सीख थी की धीरे धीरे उम्र बढ़ने के साथ ही साथ राकेश की रूचि भी शेयर मार्केट में बढ़ने लगी। और अपने पिताजी के कहने के अनुसार वह अलग अलग कंपनियों के न्यूज़ से अपडेट रहने लगे।
और जब इन्हें ठीक ठाक नोलेज हो गया तब इन्होने आपने पिता से शेयर मार्केट में आने की इच्छा जताई। लेकिन इनके पिता ने इन्हें तुरंत मना कर दिया और उन्होंने कहा पहले अपनी प्रोफेशनल पढाई पूरी कर लो।
उसके बाद तुम्हारा जैसा मन होगा वैसा काम करना आगे चलकर इन्होने सिडेनहैम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएशन की पढाई पूरी की। और फिर 1985 में एक चार्टेड अकाउंट बन गए।
तो दोस्तों राकेश ने अपनी प्रोफेशनल पढाई पूरी कर ली थी अब समय था मार्केट में उतरने का लेकिन उस समय तक इनके पास इन्वेस्ट करने के लिए कुछ खास पैसे नहीं थे।
इन्होने अपना पहला इन्वेस्टमेंट 5000 रुपया का किया इस समय BSE Sensex1 150 अंको पर था लेकिन इन्होने पहला बड़ा मुनाफा 1986 में कमाया।
इन्होने Tata Tea कंपनी के 5000 शेयर्स 43 रुपया प्रति शेयर में ख़रीदे। और फिर उसे सिर्फ तीन महीने बाद ही इसने 143 रुपया के शेयर पर बेच दिया।
जिसके वजह से इन्हें 5 लाख रुपया का मुनाफा हुआ, आगे भी इन्हें आपने सार्क माईनड को यूज करते हुए 1986 से 1989 के बीच करीब 25 लाख रुपया कमा लिए। और फिर अगले कुछ ही सालो में इनकी सम्पति करोडो में पहुच गयी।
लेकिन इसके लाइफ का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट 2002 से 2003 में आया जब इन्होने Titen Company के 6 करोड़ के शेयर्स को 3 रुपया प्रति शेयर्स के हिसाब से ख़रीदा और वह बाद में उस शेयर की रेट विश्वसनीय रूप से 390 रुपया का हो गया।
जिस कारण राकेश झुनझुनवाला को करीब 2100 करोड़ का फायदा हुआ। अब दोस्तों ऐसा नहीं है की हमेशा फायदा में ही रह रहे है। इन्हें बहुत बड़े बड़े नुकशान भी झेलने पड़ चूके है।
दिसम्बर 2011 में इन्होने जिन बड़ी कोमपनियो में इन्वेस्ट किया था उनमे से ज्यदातर कंपनियों के शेयर काफी तेजी से गिरी। जिसके वजह से इनके दवारा इन्वेस्ट किए गए शेयर्स के रेट में भी 30% तक की गिरावट आई।
लेकिन इन्होने अपना दिमाग चलाते हुए फरवरी 2012 में ही उस लोश को रिकवर कर लिया। और अभी हल ही में नोटबंदी की वजह से भी इन्हें अच्छा खासा लोश हुआ था।
बहरहाल जो भी हो उतार चढ़ाव हमारे सफर को तय करते हुए आज के समय में राकेश झुनझुनवाला का नेटवर्थ करीब 16,000 करोड़ रुपया है। और आज ये भारत के 53वे सबसे धनी व्यक्तियों में शामिल है।
राकेश झुनझुनवाला का एक ही मंत्र है बाय राईट और होल्ड राईट, सही शेयर ख़रीदे और उसे पेसेंश के साथ होल्ड करे। क्योंकि शेयर मार्केट में अगर अपने जल्दबाजी दिखाई तो नुकशान तो होना पक्का है।
राकेश इन्वेस्टर्स के आलावा एपटेक लिमिटेड एन्ड हंगामा डिजिटल के चेयरमेन भी है। और इन्होने की एन्ड का,इंग्लिश विंगलिश और शमिताभ जैसे फिल्म को प्रोड्युज भी किया है।
तो दोस्तों राकेश झुनझुनवाला जी ने अपने मेहनत और काबिलियत के दम पर वो मुकाम हासिल कर लिया है की आज इन्हें किसी परिचय की जरुरत नहीं है।
और इनकी लाइफ को हम सब के लिए एक प्रेरणा है। और खासकर उनके लिए जिन्हें लगता है की पैसे के आभाव में वह सफल नहीं हो सकते।