इनका जन्म 20 सितम्बर सन 1972 में और ये आपने परिवार में बता दिया था की आगे ये बनेगा शान। और नाम इसका रखा गया था सांतनु मुखर्जी और बना आगे चलकर ये लड़का जबरदस्त गायक शान,रियलिटी शो में कभी होस्ट बनकर आया तो कभी जज बनाकर आये।
टीवी पर इनकी स्माइल ने सबका मन जीता और इनकी आवाज की मिठास ने बॉलीवुड में कई आवार्ड भी जीते। शान के पिता महाराज मुखर्जी दरशल कोलकत्ता शहर में रहते थे,वहा पर भी अच्छा खासा काम कर रहे थे बतोर म्यूजिक डायरेक्टर और सिंगर। उस दोर के बड़े ही जाने माने लिजेंड संगीतकार सालेम चोधरी के साथ उन्होंने काम किया था और गाना भी गए थे।
और जब शान को पिता ने मुंबई ले आये तब यहाँ का संघर्ष बहुत ही कठिन निकला और यहाँ पर काम मिला ही नहीं। शान का जन्म मुंबई में हुआ और संगीत में परिवार होने की वजह से संगीत इनकी रगों में दोड़ता चला गया। पर ट्रेडजी तब हुई जब शान मात्र 14 साल के ही थे और इनके बड़े बहन सागरिका मात्र 16 साल की थी तब इनके पिता का देहांत हो गया।
और इनकी मा सोनाली मुखर्जी ने किसी तरह से हिम्मत दिखाई और अमिताभ जी के साथ स्टेज शो के टूर पर निकल गयी। वहा पर इनकी मा भी गाना जाया करती थी और इस तरह से इनके घर का खर्चा चला। शान मुंबई के बांद्रा इलाके में पले बढे जहा पर केथोलिक कल्चर में घर का असर पड़ा।
इन्होने अंग्रेजी में रॉक सुना,पॉप सुना और जब ये हाई स्कूल में आये तब कही जाकर आर.डी.बर्मन के धुनों ने इन्हें जागरूक कर दिया। फिर मेहँदी हशन,गुलाम अली,जगजीत सिंह साहब इन सभी की आवाज और गजलो ने शान को इतना आकर्षित किया की बस संगीत की और पुरे तरह से झुक गए।
और इनकी बहन सागरिका इनसे मिलकर एक एल्बम बनायीं जिनका नाम था “क्यू फांक” उसके बाद इन्होने रिमिक्स एल्बम बनायीं और आर.डी.बर्मन की गानों के नाम थे। और उस एल्बम का “रूप इनका मस्ताना” बस फिर तो भाई और बहन की जोड़ी चमक उठी। दो एल्बम आये “लव ओं लोली” और “तनहा दिल” इन दोनों एल्बम ने शान को इतनी सहूलियत दी की उसके बाद शान ने पीछे पलट कर नहीं देखा।
शान को बॉलीवुड में भी ब्रेक मिलता रहा और सारे गामा पा और इस रियलिटी शो के होस्ट बनने के बाद शान की किस्मत चमक उठी। म्यूजिक एल्बम,टीवी होस्ट,प्ले बेक सिंगिंग हर जगह शान ने बजी मार ली थी। और बड़े से बड़े हीरो के लिये गाना गा रहे थे चाहे आमिर खान हो या फिर रणबीर कपूर फिल्म “3 इडियट्स” के लिए इन्हें बेस्ट मेल प्लेबेक सिंगर का आवार्ड भी मिला था।
और “सावरिया” और “फना” के लिए भी शान का करियर बढ़ ही रहा था की,इनकी मुलाकात हुई राधिका से 24 साल के थे तो राधिका 18 साल की थी। और ये पार्टी में इन दोनों की नजरे मिली और फिर आने वाले पार्टी में एक दुसरे से भी मिलते रहे।
और एक दिन शान ने घुटनों के बल बैठकर राधिका से कहा की क्या तुम मुझसे शादी करोगी। और जब शान राधिका के परिवार से मिलने के लिए पहुचे तो एक सिल्वर कलर की पेंट पहना हुआ था और एकदम ढिंचक शर्ट। राधिका के मा बाप जरा घबरा गए थे लेकिन उसके बाद शान और राधिका की शादी हुई।
और इस शादी से दो बच्चे भी हुए,उस समय से लेकर चाँद से बारिश तक हर जॉन में शान ने तो कमल कर दिखाया। शान आपना वो बहुत अलग अलग काम कर रहे है पर अब वो “लव यू लोजी” जैसे एल्बम नहीं कर सकते। क्योंकि उनके दो बेटे हो चुके है और वे बड़े हो रहे है।
बेटे सोहम मुखर्जी और शुभ मुखर्जी यक़ीनन बदलते दोर में शान मेलेडीयस गानों की शान बनकर उभरी। उम्मीद करता हु की दोस्तों ये शान की स्टोरी आपको जरुर पसंद आया होगा, तो आप आपने दोस्तों शेयर जरुर करे।