सोनोग्राफी रिपोर्ट ऑफ़ बेबी बॉय इन हिंदी: आजकल के समय मे कोई भी साधारण व्यक्ति बिल्कुल भी पता नहीं लगा सकता है की ये जो सोनोग्राफी या अल्ट्रासाउंड का रिपोर्ट आपके पास पड़ा है उस रिपोर्ट को देखकर नहीं बता सकते है की ये बेबी बॉय या बेबी गर्ल का ही सोनोग्राफी रिपोर्ट है।
तो उस स्थिति मे आपको जहा पर आप सोनोग्राफी कराते है तो वह पर जो भी डॉक्टर मोजूद होते है वो ही आपको आसानी से देखकर बता देंगे की ये रिपोर्ट बेबी बॉय का है या फिर बेबी गर्ल का।
सोनोग्राफी रिपोर्ट से बेबी बॉय या बेबी गर्ल देखने का तरीका: ज्यदातर लोग अक्सर कहते है की अगर आप बिना सोनोग्राफी के जरिये भी आप जानना चाहते है तो उसके लिए आपके बेबी के दिल का धड़कन 139 से 156 के बीच लगातार धडक रही है तो आप समझ जाए की आपके गर्भ मे लड़का का संकेत मिल रहा है।
ओर बेबी का धड़कन अगर 156 से उपर या फिर 138 से नीचे ही धडक रहा है तो आप समझ जाए की आपके गर्भ मे बेबी गर्ल है।
सोनोग्राफी रिपोर्ट से लिंग की पहचान: जब भी आप सोनोग्राफी या अल्ट्रासाउंड कराते है तो वह पर मोजूद डॉक्टर भूर्ण के सिर के आकार से बेबी का लिंग आसानी से पता कर लेते है। जो की यह साधारण लोग बिल्कुल भी देखकर ये नहीं समझ पाते है।
नब लिंग परीक्षण से बेबी बॉय या बेबी गर्ल देखने का तरीका: ये जो परीक्षण है इसमे डॉक्टर टेक्निकल तरीके से बेबी को देखने की कोशिस करते है। जिससे पता लग सके की महिला की गर्भाशय मे बेबी बॉय है या फिर बेबी गर्ल।
इसमे डॉक्टर मेजेरमेंट के जरिये ही पता लगा सकता है जैसे की 12 से 14 सप्ताह के बीच मे बेबी के पैरों के बीच मे एक ट्यूबरकल नाम का एक जननंग उपस्थित होता है। जिसे की डॉक्टर अक्सर इसे नब भी कहते है।
ओर यही जननंग समय के साथ आगे चलकर लिंग का रूप धरण कर लेता है। बात करे नब के कोण की तो रीड की हड्डी से लगभग ये 32 डिग्री से उपर ही बनता है। तो इस स्थिति मे डॉक्टर यह बता देता है की आपके गर्भ मे बेबी बॉय होने का संकेत है।
ओर अगर बात करे नब का कोण रीड की हड्डी से लगभग 29 डिग्री से कम बनता है। तो इस स्थिति मे डॉक्टर आपको बेबी गर्ल होने का संकेत देता है।
ओर इस चीज को जानने के लिए गर्भवती महिला को उसके लिए सोनोग्राफी करना पड़ता है तभी डॉक्टर के द्वारा ही बेबी बॉय या बेबी गर्ल का लिंग को जन पाना संभाव होता है।
ओर यह लगभग शत प्रतिशत रिज़ल्ट देता है अगर आपके अंदर का भूर्ण बेबी बॉय या बेबी गर्ल का है तो ये चीज आसानी से पता चल पता है। बहुत से लोग बेबी गर्ल नहीं चाहते है ओर वो घर का बोझ समझते है। तो उस स्थिति मे डॉक्टर के द्वारा बताया गया रिपोर्ट मे बेबी गर्ल का जिक्र होता है।
तो उस स्थिति मे जिसको लड़की नहीं चाहिए उस स्थिति मे डॉक्टर से सहायता मांगकर इस भ्रूण को नास्ट करवा दिया जाता है। जो की ये कानुनान जुर्म भी है ओर पता चलने पर आपके साथ कारवाई भी हो सकती ओर साथ मे डॉक्टर या हॉस्पिटल का लैसेंस भी रद्द कर सकती है।
घरेलू तरीके से बेबी बॉय या बेबी गर्ल देखने का तरीका: इसके लिए आपको बैंकिंग सोडा की जरूरत पड़ती है। साथ ही साथ जो भी महिलाए गर्भवती है उसको दो दिन पहले ज्यदा से ज्यदा पानी पीना होता है।
उसके बाद गर्भवती महिला को सुबह मे उठने के बाद अपना पेशाब का नमूना किसी डिब्बे मे जो की आर पर दिखना चाहिए। ओर इसमे आपको एक चम्मच बैंकिंग सोडा उसी डिब्बे के अंदर मिला देना है जिसमे अपने पेशाब को रखा है।
ओर इसे अच्छी तरह से मिला दे ओर देखे की सही तरह से बैंकिंग सोडा मिल पाया है या नहीं। अगर आपको मिलाते वक्त आपके सामने झाग बनता हुआ दिखाई दे रहा है तो उस स्थिति मे आपके अंदर जो भूर्ण है बेबी बॉय का संकेत दे रहा है।
ओर अगर बैंकिंग सोडा को मिलाने के बाद किसी भी प्रकार का झाग उत्पन्न नहीं हो रहा है। तो गर्भ के अंदर जो भूर्ण है वो बेबी गर्ल होने का संकेत देता है। लेकिन मे बता दु की यह शत प्रतिसत रिजल्ट नहीं देता है।